हसना हमारा किसी को गवारा नहीं होता
हर मुसाफिर जिंदगी का सहारा नहीं होता
मिलते है बहोत लोग इस तनहा जिंदगी मे
पर कोई दोस्त तुमसा प्यारा नहीं होता!
हर मुसाफिर जिंदगी का सहारा नहीं होता
मिलते है बहोत लोग इस तनहा जिंदगी मे
पर कोई दोस्त तुमसा प्यारा नहीं होता!
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